जिस व्यक्ति की जन्म तारीख का मूलांक एक है| वह व्यक्ति स्थिर दिमाग होता है |अपने निश्चय पर कायम रहता है| वचनों का पालन करता है |और जो राय कायम कर लेता है |उस पर कायम रहता है| प्रेम व मित्रता यहां तक की किसी से दुश्मनी भी पक्की तरीके होती है |यह लोग स्वतंत्र विचार के होते हैं किसी के अनुशासन में रहकर काम करना नहीं होता है |स्वतंत्र रहकर काम करना इन्हें अच्छा लगता है| 1 ,10 ,19, 28 ,तारीख में पैदा हुए व्यक्तियों का मूलांक 1 होता है इनका 10 वा 19,28 ,46,वा 55 वर्ष महत्वपूर्ण होता है |
शुभ काम ,नया काम व्यक्तियों को जहां तक हो सके इन तारीखों पर करना चाहिए| मूलांक अंक 1 की 2,4 ,7 मूलांक पैदा होने वाले व्यक्ति के साथ मित्रता होती है| इस कारण इस मूल अंक की तारीख में भी मूलांक 1 वाले व्यक्ति को शुभ प्राप्ति हो सकती है |
जैसे कि 2,4,7 ,11 13 ,16 20, 25 ,और 31 तारीख को मूलांक अंक एक वाले व्यक्तियों के लिए शुभ होता है| 1 अंक का स्वामी सूर्य है और भारतीय मत के अनुसार 19 अगस्त से और 26 सितंबर तक तथा अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 24 जुलाई से 26 अगस्त तक सूर्य अपनी राशि सिंह में बहुत बलवान प्रभावशाली होता है| यदि कोई व्यक्ति 1,10,19, 28, तारीख में किसी भी तारीख को पैदा हुआ है |,और उनके सिंह राशि में रहते हुए माह में पैदा हुआ हो |तो वह अपने शुभ काम उस पर विशेष प्रभाव रहता है तथा उनमें उपरोक्त गुण विशेष मात्रा में पाया जाता है |व्यक्तियों को वर्ष का यह समय यानी कि 29 जुलाई से 28 अगस्त तक विशेष सफल दायक रहता है|
सप्ताह में रविवार तथा सोमवार शुभ होता है| शुभ तारीख को पर एक बार भी पड़ जाए तो और भी अच्छा है|
गहराया हल्का भूरा पीला तथा सुनहरी रंग विशेष अनुकूल होते हैं |पहनने के कपड़े ,पर्दे, सोफे, कमरों में रंग रोगन साज-सज्जा में यह रंग इस्तेमाल किया जा सकता है| पुरुषों के लिए गहरा और महिलाओं के लिए हल्का रंग प्रयोग में लाना ठीक रहेगा| महिलाओं के लिए पीले सुनहरी रंग अच्छे माने जाते हैं|
कुछ विशेष:
यदि पिछले अनुभव से यह पता लगे कि मित्र परिवार के मूल अंक 2,4 व 7 में किसी मूल अंक की तारीख या वर्ष ठीक नहीं गए| तो वह भविष्य में भी ऐसे ही जाएंगे| तो मूलांक 1 वाले व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने शुभ काम तथा नए कार्यों का प्रारंभ इन तारीखों पर ना करें|
यह संख्या अग्नि तत्व की है |ज्योतिष शास्त्र में यह संख्या सूर्य का प्रतिनिधित्व करती है |इस संख्या के स्त्री पुरुष समाज में अपना नाम अमर कर जाते हैं |अपने गुणों का प्रकाश संपूर्ण दिशा में फैलाते हैं| जीवन में किसी भी समय बेकार नहीं रहते| अपने को मिटा कर भी समाज का भला करते हैं|
कठिन से कठिन कार्य करते हैं |परिश्रम करने से नहीं डरते |भाग्यवादी नहीं होते हैं |बहुत ही मिलनसार व्यवहार कुशल हंसमुख होते हैं |दूसरों पर शासन करने की क्षमता होती है |बुद्धिमान होते हैं| बुद्धि बल द्वारा या व्यवहार से सहज में ही दूसरों को वशीभूत कर लेते हैं| शिक्षा की कमी होते हुए भी प्रतिभावान होते हैं| इनका हद है कोमल होता है| दूसरों के कष्ट को अपना कष्ट समझते हैं |स्व भूखा रहकर भी दूसरों को भोजन देते हैं| उदार हृदय के होते हैं |सहनशील दान पूर्ण धर्म में भी रुचि रखते मित्रता निभाना जानते हैं| और अपने धुन के पक्के होते हैं|
कर्तव्य से मुंह नहीं मोड़ते कर्तव्य पालन के वास्ते मर मिटते हैं |चरित्र के धनी होते हैं और चरित्रवान का आदर करते हैं |छल कपट से दूर रहते हैं| धोखेबाजी करना नहीं जानते हैं वचन को हर हाल में पालन करते हैं |कूटनीति में माहिर होते हैं |अनुशासन प्रिय और अपने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुशासन चाहते हैं| स्पष्ट वक्ता होते हैं इसी कारण बहुत से लोग अहंकारी समझ बैठते हैं| अनुशासन प्रिय होने के कारण मित्र भी शत्रु बन जाते हैं |इनका स्वभाव आशीष जनक होता है| सहज में इन्हें समझ पाना कठिन होता है| ऊपर से कठोर दिखते हैं परंतु अंदर से कोमल होते हैं| सरकार के विपरीत कार्य नहीं करते हैं |कल्पना करने की शक्ति होती है |
संगीत कला साहित्य से ल लगाओ होता है समाज में प्रतिष्ठा के साथ रहना पसंद करते हैं |जान जाए पर प्रतिष्ठान आ जाए यह सिद्धांत होता है
उपरोक्त गुणों के होते हुए भी कुछ अवगुण होते हैं| बहुत ही अंकारी होते हैं |कठोर हद के होते हैं| दया , ममता, रहित| किसी भी अवस्था में अपने विचारों को नहीं बदलते हैं| इसी कारण काम ठप हो जाता है |शत्रु संख्या द्वारा निर्माण होने पर बहुत ही उग्र रूप हो जाता है |बुराइयों का भंडार होता है |समाज को छल करने की योजना बनाते हैं| दूसरों को कष्ट देखकर आनंद लेते हैं |स्वार्थ के वास्ते कुछ भी करने को तैयार हो जाता है |स्मगलर ,डकैती ,खून ,राष्ट्र विरोधी कार्यो की लिफ्ट हो जाते हैं| वासना पूर्वोत्तर का विचार नहीं करता परंतु हर हाल में मुखिया होता है |
विवाहित जीवन परिवार के सुख के वास्ते सर्वदा तैयार रहते हैं| प्रेम विवाह भी करते हैं| शत्रु संख्या का प्रभाव होने से 2 शादी होता है| प्राकृतिक प्रेम के भूखे होते है | वासना अधिक होती है |अपने जीवनसाथी को बेहद चाहते हैं |अपने जीवन साथी को अपने रंग में रंगते हैं| साथी के प्रति पूर्ण सहज रहते हैं| उसकी छोटी सी छोटी हरकत को परखते रहते हैं| बहुत जल्दी साथी के प्रति संदेश भी कर बैठे हैं| संदेह के कारण जीवन कष्ट में डूब जाता है| तलाक भी होने की नौबत आ जाती है| शादीशुदा जीवन को सुख रखने के लिए दूसरों से दूर रहना चाहिए|
A,C,B,J,L,S,I,M,G,O,X,T,R, नाम वालों से इनकी अच्छी बनती है
महीना 1,3, 9, 4 ,6 लाभकारी हो सकता है
उन्नति के उम्र
10,19 ,28,37. 13 ,22 ,37,40
11,20,29. 16, 25,34, 43
उपरोक्त उम्र शिक्षा ,शादी ,नौकरी, व्यापार ,आदि का सूचक है
स्वास्थ्य में परिवर्तन उम्र
5,7,8,14. 46,55,64
47,49,58. 52 ,61,70
उपरोक्त उम्र में कष्ट होने का योग
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